SMS Spoofing से बचें! एक क्लिक में अकाउंट खाली

SMS Spoofing: जानिए क्या है यह स्कैम और इससे कैसे बचें

हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक महिला ने SMS Spoofing के जरिए 1,10,000 रुपये का नुकसान होने की बात साझा की। यह एक नई प्रकार की साइबर धोखाधड़ी है, जिसमें अपराधी नकली संदेश भेजकर लोगों को ठगते हैं। इस तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है और कई लोग इसके शिकार हो रहे हैं। आइए जानते हैं कि SMS Spoofing क्या है और इससे बचने के उपाय।

SMS Spoofing क्या है?

SMS Spoofing एक तकनीक है जिसमें साइबर अपराधी संदेश भेजने वाले की पहचान में हेरफेर करके उसे वैध दिखाते हैं। यह आमतौर पर बैंकों, वित्तीय संस्थानों, या प्रसिद्ध ब्रांड्स के नाम से नकली संदेश भेजने के लिए किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों की संवेदनशील जानकारी जैसे OTP, UPI पिन, या बैंक डिटेल्स चुराना होता है।

कैसे काम करता है SMS Spoofing?

  1. अपराधी किसी बैंक या ब्रांड की पहचान का उपयोग कर नकली संदेश तैयार करते हैं।
  2. वे SMS या WhatsApp के जरिए वायरस लिंक भेजते हैं।
  3. लिंक पर क्लिक करने पर मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है।
  4. इसके बाद SMS अपराधियों के वर्चुअल नंबर पर रीडायरेक्ट हो जाते हैं।
  5. वे UPI रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर खाते को नियंत्रित कर लेते हैं और अवैध लेन-देन करते हैं।

SMS Spoofing के प्रकार

प्रकारविवरण
फर्जी प्रेषक पहचान (Fake Sender ID)अपराधी नकली पहचान बनाकर असली बैंक या क्रेडिट कार्ड प्रदाता की तरह दिखाते हैं।
उत्पीड़न (Harassment)धमकी भरे या प्रैंक संदेश भेजकर पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं।
झूठे पुरस्कार सूचनाएं (False Prize Notifications)नकली इनाम का लालच देकर बैंक डिटेल्स हासिल करने की कोशिश करते हैं।
जासूसी (Espionage)फर्जी वेबसाइट पर रीडायरेक्ट कर व्यक्तिगत जानकारी चुराने के लिए मैलवेयर इंस्टॉल किया जाता है।

SMS Spoofing से बचने के उपाय

  1. थर्ड-पार्टी ऐप्स डाउनलोड न करें:
    • केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ही ऐप्स इंस्टॉल करें।
  2. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें:
    • यदि किसी अज्ञात स्रोत से लिंक प्राप्त हो, तो उसे न खोलें।
  3. सेंडर की पहचान जांचें:
    • बैंक या ब्रांड का नाम गलत स्पेलिंग में लिखा हो तो सतर्क रहें।
  4. तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचें:
    • अचानक पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाने वाले संदेशों को नजरअंदाज करें।
  5. सुरक्षित URL का उपयोग करें:
    • केवल HTTPS वाले लिंक खोलें और Google Virustotal जैसे टूल से स्कैन करें।
  6. संवेदनशील जानकारी साझा न करें:
    • OTP, कार्ड डिटेल्स, और UPI पिन कभी किसी के साथ साझा न करें।
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सामान्य प्रश्न

  1. SMS Spoofing क्या है?
    यह एक तकनीक है जिसमें अपराधी नकली पहचान का उपयोग करके वैध संदेश जैसा दिखने वाला मैसेज भेजते हैं।
  2. क्या SMS Spoofing से बचा जा सकता है?
    हां, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, सेंडर की पहचान जांचें और संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
  3. अगर मैं स्कैम का शिकार हो जाऊं तो क्या करना चाहिए?
    तुरंत अपनी बैंकिंग सेवाओं को ब्लॉक करवाएं और साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करें।

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